छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन योजना


छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन योजना 

छत्तीसगढ़ कोदो, कुटकी, रागी के उत्पादन और उपयोग को बढ़ावा देने के लिए मिशन संचालित है |

छत्तीसगढ़ सरकार ने मिलेट मिशन के तहत पांच वर्षों में 170.30 करोड़ रूपए व्यय करने का प्राधान किया है |

मात्र एक वर्ष की अवधि में मिलेट्र्स की खेती का रकबा 69 हजार हेक्टयर से बढ़कर एक लाख 88हजार हेक्टेयर हो गया है |

छत्तीसगढ़ के 20 जिलों के 83 विकासखंडों में मिलेट्स का उत्पादन होता है

छत्तीसगढ़ राज्य पोषक अनाज अवाई-2022 से राष्ट्रिय स्तर पर सम्मानित हुआ है |

छत्तीसगढ़ सरकार की किसान हितषी नीतियों की देश में हो रही सराहना |

कोदो-कुटकी, रागी की खेती के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत सब्सिडी देने वाला देश का एक मात्र राज्य छत्तीसगढ़ है |


समर्थन मूल्य पर कोदो-कुटकी-रागी की खरीदी

लघु धान्य फसल का नाम

घोषित समर्थन मूल्य

कोदो-कुटकी

3300 रूपए प्रति किवंटल

रागी

3578 रूपए प्रति किवंटल

 राज्य के मिलेट्र्स उत्पादक कृषकों को प्रति अकड़ के मान से 9 हजार रूपए की आदान सहायता दी जा रही है | मिलेट्र्स के वैल्यू एडिशन से किसानों को आर्थिक लाभ और रोजगार के अवसर बढे हैं |

छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन के अंतर्गत कांकेर, कोंदागावं, बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा, कबीरधाम, नारायणपुर, जशपुर,बीजापुर,राजनांदगांव, सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया एवं गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले शामिल हैं |

राज्य के 14 जिले और इन्डियन इंस्टिटचुट ऑफ मिलेट रिसर्च हैदराबाद के साथ छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के प्रयास से मिलेट मिशन के अंतर्गत त्रिपक्षीय एमओयू हुआ है |

छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन के तहत् मिलेट की उत्पादकता को प्रति एकड़ 4.5 क्विंटल यानी दुगुना किए जाने का लक्ष्य रखा गया है |

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ मिलेट रिसर्च हैदराबाद से राज्य में मिलेट की खेती के लिए बेहतर बीज तकनीक और कृषकों के प्रशिक्षण में सहयोग मिल रहा है | 

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